ncert CLASS-8 GEOGRAPHY ADHYAY-3 KRISHI/AGRICULTURE IN HINDI NOTES
अध्याय-3 कृषि
इस पोस्ट में कृषि की विभिन्न पहलुओं को समझें, जिसमें प्रारंभिक, माध्यमिक और तृतीयक आर्थिक गतिविधियाँ शामिल हैं। कृषि, जो प्राथमिक गतिविधि के अंतर्गत आती है, में फसलों की खेती, फल और सब्जियाँ उगाना और मवेशियों की देखभाल शामिल है। इसके अंतर्गत उपजीविका और वाणिज्यिक कृषि जैसे प्रकार भी आते हैं। उपजीविका कृषि में परिवार की जरूरतों के लिए फसल उगाई जाती है, जबकि वाणिज्यिक कृषि का उद्देश्य बाजार के लिए उत्पादन करना है। प्रमुख फसलों जैसे चावल, गेहूं, मक्का, कपास, जूट, कॉफी और चाय के बारे में जानें, जो विभिन्न जलवायु और मिट्टी की परिस्थितियों में उगाई जाती हैं। इसके अलावा, कृषि विकास के प्रयासों जैसे फसल वृद्धि, सिंचाई सुविधाओं में सुधार और यांत्रिकीकरण पर भी चर्चा की गई है। भारत और अमेरिका की कृषि प्रणालियों की तुलना करें और जानें कि कैसे विभिन्न तकनीक और पैमाने के खेत कृषि कार्यों को प्रभावित करते हैं। यह पोस्ट आपको कृषि के विभिन्न पहलुओं और इसके विकास की दिशा में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगी।
कृषि: एक विस्तृत विश्लेषण
1. कृषि के प्रकार और आर्थिक गतिविधियाँ
- प्रारंभिक गतिविधियाँ: प्राकृतिक संसाधनों की निकासी और उत्पादन से संबंधित (जैसे कृषि, मछली पकड़ना)
- माध्यमिक गतिविधियाँ: संसाधनों की प्रोसेसिंग (जैसे स्टील निर्माण, ब्रेड बेकिंग)
- तृतीयक गतिविधियाँ: सेवाएँ जो प्राथमिक और माध्यमिक क्षेत्रों का समर्थन करती हैं (जैसे परिवहन, व्यापार, बैंकिंग)
2. कृषि का परिचय
- कृषि: मिट्टी पर फसल उगाना, फसलों की खेती और मवेशियों की देखभाल
- कृषि शब्द की उत्पत्ति: लैटिन शब्द "एगर" (मिट्टी) और "कल्चर" (संवर्धन)
3. कृषि के प्रकार
- उपजीविका कृषि:
- इंटेंसिव उपजीविका कृषि: छोटे खेतों पर ज्यादा श्रम और साधारण उपकरणों का उपयोग
- प्राचीन उपजीविका कृषि: शिफ्टिंग कल्टीवेशन और घुमंतू पालन
- वाणिज्यिक कृषि:
- वाणिज्यिक अनाज कृषि: बड़े पैमाने पर फसल उगाना (जैसे गेहूं, मक्का)
- मिक्स्ड फार्मिंग: फसल और मवेशियों की खेती
- प्लांटेशन कृषि: एकल फसल की खेती (जैसे चाय, कॉफी)
4. प्रमुख फसलें और उनकी विशेषताएँ
- चावल: उच्च तापमान, उच्च आर्द्रता और जलवायु में उगाया जाता है
- गेहूं: मध्यम तापमान और वर्षा की आवश्यकता
- मक्का: मध्यम तापमान, वर्षा और धूप की जरूरत
- कपास: उच्च तापमान, हल्की वर्षा और धूप की आवश्यकता
- जूट: गर्म और आर्द्र जलवायु में उगाया जाता है
- कॉफी: गर्म और गीली जलवायु में उगाया जाता है
- चाय: ठंडी जलवायु और पूरे साल समान वर्षा की आवश्यकता
5. कृषि विकास और उदाहरण
- भारत में कृषि: छोटे खेत, पारंपरिक उपकरण, और सरकारी सहायता
- अमेरिका में कृषि: बड़े खेत, उन्नत तकनीक, और मशीनरी का उपयोग
सारांश
कृषि, एक प्राथमिक गतिविधि, प्राकृतिक संसाधनों के उत्पादन और प्रबंधन की प्रक्रिया को दर्शाती है। इसमें फसलों की खेती, फल, सब्जियाँ और मवेशियों की देखभाल शामिल है। कृषि तीन प्रकार की आर्थिक गतिविधियों में बाँटी जाती है: प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक। प्रारंभिक गतिविधियाँ प्राकृतिक संसाधनों की निकासी से जुड़ी होती हैं, माध्यमिक गतिविधियाँ संसाधनों की प्रोसेसिंग को दर्शाती हैं, और तृतीयक गतिविधियाँ सेवाओं के माध्यम से समर्थन प्रदान करती हैं।
कृषि को उपजीविका और वाणिज्यिक कृषि में विभाजित किया जा सकता है। उपजीविका कृषि परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए की जाती है, जिसमें इंटेंसिव और प्राचीन कृषि पद्धतियाँ शामिल हैं। वाणिज्यिक कृषि का उद्देश्य बाजार के लिए उत्पादन करना है, जिसमें अनाज, मिश्रित और प्लांटेशन कृषि शामिल हैं। प्रमुख फसलों में चावल, गेहूं, मक्का, कपास, जूट, कॉफी और चाय शामिल हैं, जो विभिन्न जलवायु और मिट्टी की परिस्थितियों में उगाई जाती हैं।
भारत और अमेरिका के कृषि प्रणालियों की तुलना करते हुए, भारत की खेती पारंपरिक और छोटे पैमाने की होती है, जबकि अमेरिका में बड़े खेत और उन्नत तकनीक का उपयोग होता है। कृषि विकास के लिए खेतों की फसल, सिंचाई सुविधाओं और यांत्रिकीकरण पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जिसका अंतिम लक्ष्य खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
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