NCERT Class 8 Geography: अध्याय-4- उद्योग (Industries) विस्तृत विवरण
NCERT Class 8 Geography: अध्याय-4 - उद्योग (Industries) विस्तृत विवरण question answer के साथ
यह पोस्ट NCERT कक्षा 8 भूगोल के अध्याय 4 - "उद्योग" पर आधारित है, जिसमें उद्योगों के महत्व, उनके प्रकार, स्थान, और उनके प्रभाव की विस्तार से जानकारी दी गई है। इसमें उद्योग की परिभाषा, कच्चे माल, आकार, स्वामित्व, और स्थान के आधार पर उद्योगों के विभिन्न प्रकारों की चर्चा की गई है। इसके अतिरिक्त, उद्योगों के महत्व, उनसे होने वाले सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव, और उनसे संबंधित समस्याओं को भी समझाया गया है। पोस्ट के अंत में, इस अध्याय से संबंधित 10 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर सहित दिए गए हैं, जो छात्रों की समझ को और अधिक सुदृढ़ बनाएँगे।
1. उद्योग क्या है? (What is Industry?)
उद्योग किसी भी वस्तु या सेवा के उत्पादन, वितरण, और विनिमय से संबंधित है। यह कच्चे माल के प्रसंस्करण या संसाधन का उपयोग करके उपयोगी वस्तुएँ या सेवाएँ बनाता है। उद्योग समाज के आर्थिक और सामाजिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये न केवल रोजगार प्रदान करते हैं, बल्कि आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देते हैं।
उद्योग की परिभाषा:
उद्योग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें प्राकृतिक या मानव-निर्मित संसाधनों का उपयोग करके किसी वस्तु का उत्पादन किया जाता है, जिसे अंततः उपभोक्ताओं के उपयोग के लिए तैयार किया जाता है।
2. उद्योगों के प्रकार (Types of Industries)
उद्योगों को उनके विभिन्न आधारों पर वर्गीकृत किया जा सकता है। नीचे दिए गए मुख्य आधारों पर उद्योगों के प्रकारों की व्याख्या की गई है:
2.1 कच्चे माल के आधार पर उद्योग (Industries Based on Raw Materials)
कृषि आधारित उद्योग (Agriculture-Based Industries):
ये उद्योग कृषि उत्पादों पर आधारित होते हैं। जैसे चीनी मिलें, कपास उद्योग, और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग। इन उद्योगों का मुख्य कच्चा माल खेती से प्राप्त होता है। उदाहरण के लिए, कपास से कपड़ा बनाया जाता है, और गन्ने से चीनी का उत्पादन किया जाता है।
खनिज आधारित उद्योग (Mineral-Based Industries):
इन उद्योगों में खनिज पदार्थों का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, लौह इस्पात उद्योग (Iron and Steel Industry), एल्युमिनियम उद्योग आदि। इन उद्योगों के लिए कच्चे माल के रूप में खनिज पदार्थों की आवश्यकता होती है, जिन्हें खनिज खदानों से निकाला जाता है।
उद्योग का आकार (Based on Size)
लघु उद्योग (Small Scale Industries):-
ये उद्योग छोटे स्तर पर संचालित होते हैं और इनका उत्पादन कम होता है। उदाहरण: हस्तशिल्प, कुटीर उद्योग, बुनाई।
वृहद उद्योग (Large Scale Industries):-
ये उद्योग बड़े पैमाने पर उत्पादन करते हैं और इनके पास आधुनिक तकनीक और संसाधनों की अधिकता होती है। उदाहरण: वाहन उद्योग, भारी मशीनरी उद्योग।
स्वामित्व के आधार पर (Based on Ownership)
निजी क्षेत्र के उद्योग (Private Sector Industries):-
ये उद्योग व्यक्तियों या निजी कंपनियों के स्वामित्व में होते हैं। उदाहरण: रिलायंस, टाटा।
सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग (Public Sector Industries):-
ये उद्योग सरकार के स्वामित्व में होते हैं और जनता की सेवा के लिए कार्य करते हैं। उदाहरण: बीएचईएल, एनटीपीसी।
संयुक्त क्षेत्र के उद्योग (Joint Sector Industries):
इन उद्योगों में सरकार और निजी क्षेत्र का संयुक्त स्वामित्व होता है। उदाहरण: मारुति सुजुकी।
सहकारी क्षेत्र के उद्योग (Cooperative Sector Industries):
इन उद्योगों का स्वामित्व सहकारी समितियों के पास होता है, जहाँ सदस्य सामूहिक रूप से निवेश और लाभ कमाते हैं। उदाहरण: अमूल डेयरी।
उद्योगों का स्थान (Location of Industries)
उद्योगों के स्थान का चयन कई कारकों पर निर्भर करता है। उद्योगों के लिए सही स्थान का चयन उत्पादन लागत को कम करता है और उत्पादन क्षमता को बढ़ाता है।
कच्चे माल की उपलब्धता (Availability of Raw Materials)
उद्योगों को उन स्थानों पर स्थापित किया जाता है जहाँ कच्चे माल की उपलब्धता आसान और सस्ती हो। उदाहरण: लौह और इस्पात उद्योग खनिज खदानों के निकट होते हैं।
जल और बिजली की आपूर्ति (Supply of Water and Electricity)
कई उद्योगों को कार्य करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और बिजली की आवश्यकता होती है। इसलिए इन्हें ऐसे स्थानों पर स्थापित किया जाता है जहाँ जल और बिजली की आपूर्ति सुचारू हो।
परिवहन की सुविधा (Transportation Facilities)
उद्योगों के लिए कच्चे माल और तैयार वस्तुओं के परिवहन के लिए सड़कों, रेलमार्गों, और बंदरगाहों की आवश्यकता होती है। इसलिए उद्योग ऐसे स्थानों पर स्थापित किए जाते हैं जहाँ से परिवहन की सुविधा सुलभ हो।
श्रम की उपलब्धता (Availability of Labor)
उद्योगों को ऐसे स्थानों पर स्थापित किया जाता है जहाँ पर्याप्त संख्या में कुशल और अकुशल श्रमिक उपलब्ध हों। इससे उद्योगों को अपनी उत्पादन प्रक्रिया के लिए श्रमिकों की कमी नहीं होती।
उद्योगों का महत्त्व (Importance of Industries)
उद्योग किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते हैं। वे न केवल रोजगार प्रदान करते हैं, बल्कि देश की जीडीपी को बढ़ाने में भी योगदान करते हैं। उद्योगों के माध्यम से संसाधनों का कुशल उपयोग होता है और जीवन स्तर में सुधार होता है।
रोजगार सृजन (Employment Generation)
उद्योग बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं, जिससे बेरोजगारी की समस्या का समाधान होता है। इससे मजदूर वर्ग की आय में वृद्धि होती है और उनकी जीवनशैली में सुधार होता है।
आर्थिक विकास (Economic Development)
उद्योग देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। उत्पादन के माध्यम से वे न केवल घरेलू मांग को पूरा करते हैं, बल्कि निर्यात के माध्यम से विदेशी मुद्रा भी अर्जित करते हैं।
समाज का विकास (Social Development)
उद्योगों के विकास से समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य, और परिवहन की सुविधाएँ बढ़ती हैं। इससे पूरे समाज का समग्र विकास होता है। औद्योगिक क्षेत्र के आस-पास नए शहरों और कस्बों का विकास होता है।
उद्योगों के प्रभाव (Impact of Industries)
सकारात्मक प्रभाव (Positive Impacts)
आर्थिक उन्नति (Economic Progress): उद्योग देश की जीडीपी को बढ़ाते हैं और आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाते हैं।
प्रौद्योगिकी का विकास (Technological Advancement): उद्योगों के माध्यम से नई तकनीकों का विकास और उपयोग किया जाता है, जिससे उत्पादन प्रक्रिया को बेहतर बनाया जाता है।
रोजगार के अवसर (Employment Opportunities): उद्योग स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के बड़े अवसर प्रदान करते हैं, जिससे समाज की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
नकारात्मक प्रभाव (Negative Impacts)
- पर्यावरणीय क्षति (Environmental Damage): उद्योगों द्वारा उत्पन्न प्रदूषण वनों की कटाई, जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण और मृदा क्षरण जैसी समस्याएँ उत्पन्न करता है।
सामाजिक असमानता (Social Inequality): औद्योगिकीकरण कभी-कभी समाज में आय असमानता का कारण बन सकता है, जिससे आर्थिक और सामाजिक विभाजन होता है।
उद्योगों से संबंधित समस्याएँ (Problems Related to Industries)
हालांकि उद्योग आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए आवश्यक हैं, लेकिन इनके विकास के साथ कुछ समस्याएँ भी उत्पन्न होती हैं। इन समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी उपायों की आवश्यकता होती है।
प्रदूषण (Pollution)
उद्योगों के कारण जल, वायु और भूमि का प्रदूषण होता है। कारखानों से निकलने वाले रासायनिक पदार्थ और कचरा पर्यावरण को नुकसान पहुँचाते हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए सरकार को सख्त नियमों की आवश्यकता होती है।
श्रमिकों की स्थिति (Condition of Workers)
कई उद्योगों में श्रमिकों को खराब कार्य परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। मजदूरी कम होती है और स्वास्थ्य और सुरक्षा के उपायों की कमी होती है। इसके लिए श्रम कानूनों का सही तरीके से पालन करना जरूरी है।
कच्चे माल की कमी (Shortage of Raw Materials)
कुछ उद्योगों को कच्चे माल की उपलब्धता में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जिससे उत्पादन प्रभावित होता है। इसका समाधान कच्चे माल के स्रोतों का सही प्रबंधन और नवीकरणीय संसाधनों के उपयोग से किया जा सकता है।
उद्योगों का भविष्य (Future of Industries)
औद्योगिक क्षेत्र का भविष्य उन पर निर्भर करता है कि वे पर्यावरण के प्रति कितने जिम्मेदार होते हैं और प्रौद्योगिकी का सही उपयोग करते हैं। सस्टेनेबल डेवलपमेंट (Sustainable Development) और हरित प्रौद्योगिकी (Green Technology) के उपयोग से उद्योगों का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है।
हरित उद्योग (Green Industries)
पर्यावरणीय स्थिरता को ध्यान में रखते हुए हरित उद्योगों का विकास किया जा रहा है। इनमें नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग और पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करने वाली तकनीकों का इस्तेमाल होता है।
डिजिटल और स्मार्ट उद्योग (Digital and Smart Industries)
आधुनिक प्रौद्योगिकियों, जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, और रोबोटिक्स, के उपयोग से उद्योगों का डिजिटलीकरण और स्वचालन हो रहा है। इससे उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो रही है
NCERT Class 8 Geography – अध्याय: उद्योग (Industries) से संबंधित 10 MCQs हिंदी में उत्तर सहित:
1. उद्योग किसे कहते हैं?
a) वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन
b) केवल कृषि गतिविधि
c) केवल खनिजों का दोहन
d) वस्तुओं का निर्यात
उत्तर: a) वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन
2. कृषि आधारित उद्योग का उदाहरण क्या है?
a) चीनी मिल
b) लौह और इस्पात उद्योग
c) एल्युमिनियम उद्योग
d) वाहन निर्माण
उत्तर: a) चीनी मिल
3.खनिज आधारित उद्योग कौन सा है?
a) वस्त्र उद्योग
b) लौह इस्पात उद्योग
c) दुग्ध उद्योग
d) खाद्य प्रसंस्करण
उत्तर: b) लौह इस्पात उद्योग
4.लघु उद्योग का उदाहरण क्या है?
a) वाहन निर्माण
b) हस्तशिल्प
c) एल्युमिनियम उद्योग
d) तेल शोधन
उत्तर:b) हस्तशिल्प
5.निम्नलिखित में से कौन सा उद्योग वृहद उद्योग कहलाता है?
a) बुनाई
b) कुटीर उद्योग
c) वाहन निर्माण
d) हस्तकला
उत्तर: c) वाहन निर्माण
6.संयुक्त क्षेत्र के उद्योगों में स्वामित्व किसके पास होता है?
a) केवल सरकार
b) केवल निजी कंपनियाँ
c) सरकार और निजी क्षेत्र दोनों
d) सहकारी समितियाँ
उत्तर: c) सरकार और निजी क्षेत्र दोनों
7. निजी क्षेत्र के उद्योगों का उदाहरण क्या है?
a) बीएचईएल
b) रिलायंस
c) एनटीपीसी
d) एचपीसीएल
उत्तर:b) रिलायंस
8.सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों में स्वामित्व किसके पास होता है?
a) सरकार
b) सहकारी समिति
c) निजी कंपनियाँ
d) NGO
उत्तर: a) सरकार
9.उद्योगों को आमतौर पर कहाँ स्थापित किया जाता है?
a) दूरस्थ स्थानों पर
b) जहाँ श्रमिक उपलब्ध हों
c) जहाँ कच्चे माल की कमी हो
d) पहाड़ों के ऊपर
उत्तर:b) जहाँ श्रमिक उपलब्ध हों
10.पर्यावरणीय प्रदूषण किसके कारण होता है?
a) उद्योगों द्वारा उत्पन्न कचरा और रसायन
b) शिक्षण संस्थान
c) खेल गतिविधियाँ
d) खेती
उत्तर:a) उद्योगों द्वारा उत्पन्न कचरा और रसायन
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